Wifi नेटवर्क को ब्लॉक करने के लिए concrete and metals जैसे सामग्री सबसे आगे होती है, लेकिन अन्य मटेरियल की समान भी आपके घर के WIFI के परफॉरमेंस को कम कर सकते है
इसलिए आपको हमेसा यह मालूम करे की राऊटर के सिगनल को कोई ऑब्जेक्ट ब्लॉक तो नहीं कर रहा |
आपके राउटर से आपका पीसी या लैपटॉप जितने दूर रहेगा उतना ही WIFI का सिगनल कमज़ोर होगा| इसलिए सबसे अच्छा ऑप्शन यही हैं , जितना हो सके अपने राऊटर को अपने डिवाइस के करीब रखे|
हालाँकि कई बार यह व्यावहारिक नहीं होता, ऐसे में राऊटर को अपने घर सेंटर में रखे| याद रखे की आपका Wifi Router 360 डिग्री में ब्रॉडकास्ट करता है , इसलिए इसे घर के एक साईट में मत रखें|
यदी आपका घर बड़ा है और आपका Wifi Router वीक सिग्नल का है, तो ऐसे में आपको Wifi extenders या repeaters का इस्तेमाल करना चाहिए जो की एक खर्चीला ऑप्शन की राऊटर
2. Wireless Interference & Noise:
आपने शायद कभी नहीं ध्यान दिया होगा, लेकिन जहां भी आप जाते हैं, वहां ही आपके आस पास वायरलेस सिग्नल होते हैं और वे हर समय आप के माध्यम से गुज़रते हैं| यह सिग्नल कहाँ से आते हैं? इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, वी-फाई राऊटर, सॅटॅलाइट, मोबाइल टावर और अन्य |
हालाँकि इन डीवाइसेस की तुलना में आपका वी-फाई डीवाइसेस में शामिल है|
क्या आप जानते हैं कि माइक्रोफोन ओवन आपके वाई-फाई नेटवर्क के साथ इंटरफेरेंस कर सकता हैं? खासकर पुराने राऊटर के साथ|
इसका कारण यह है है की माइक्रोफोन ओवन 2.45 GHz, की फ्रीक्वेंसी पर काम करते हैं, जो की राऊटर के 2.4 GHz वाई-फाई बंद के करीब है |
विशेष रूप से 2.4 GHz वाई-फाई बैंड वास्तव में 2.412 GHz और 2.472 GHz के बीच ब्रॉडकास्ट होता है| ऐसे समय कई बार माइक्रोफोन फ्रीक्वेंसी वाई-फाई फ्रेकेंसी के साथ ओवरलैप हो सकती है, और ऐसा होने पर wifi सिग्नल डिसट्रब हो जाता है |
ज्यादातर मिक्रोवेब को ठीक से सिल्डेड किआ होता है, इसलिए ओवन के बाहर कोई वेब जा नहीं सकती, लेकिन फौल्टी डिवाइस यह हो सकता है |
यह पता चला है की एक और पसंदीदा प्रकार का वायरलेस कनेक्शन – ब्लूटूथ – 2.4 GHz पर ऑपरेट होता है |
सैद्धांतिक रूप से, एक उचित रूप से , एक उचित रूप से डिज़ाइन किए गए डिवाइस को इस तरह से टेस्ट किया जाना चाहिए , जो इंटरफेरेंस को रोकता है |
इसके इलावा , फ्रीक्वेंसी में टकराव को रोकने के लिए कई ब्लूटूथ मनुफक्चरर्स फ्रीक्वेंसी हॉपिंग का उपयोग करता है, जहाँ यह सिग्नल 70 अलग-अलग चैनेलो के बीच रोटेट होता है और प्रति सेकंड 1600 बार बदलता है |
नए ब्लूटूथ डिवाइसों में “बैंड” या वर्तमान में उपयोग हो रहे चैनलों की पहचान काटना और उनसे बचने की कैपिसिटी भी हो सकती है |
लेकिन फिर भी इंटरफेरेंस हो सकता है, इसलिए यह देखने के लिए की यह आपकी परेशानियों का कारन क्या है, राऊटर को ब्लूटूथ डिवाइस से दूर रखने का उपयोग करें |
I think the admin of this site is in fact working hard for his web site, as
here every information is quality based information.